बिहार की राजनीति में बदलाव: JDU पोस्टरों में पहली बार दिखे पीएम मोदी, NDA की एकजुटता का संदेश
बिहार विधानसभा चुनाव में अब बस कुछ महीने बाकी रह गए हैं। इसको लेकर राजनीतिक दल भी पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं। वहीं बिहार चुनाव से पहले बिहार की राजनीति में मंगलवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सीएम नीतीश की पार्टी जेडीयू और पीएम मोदी की BJP करीब 25 साल से गठबंधन में है लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि जेडीयू ऑफिस में लगे पोस्टरों में पीएम मोदी की तस्वीर लगाई गई है।नीतीश कुमार के 2005 से 2025 के कार्यकाल में....

बिहार विधानसभा चुनाव में अब बस कुछ महीने बाकी रह गए हैं। इसको लेकर राजनीतिक दल भी पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं। वहीं बिहार चुनाव से पहले बिहार की राजनीति में मंगलवार को बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सीएम नीतीश की पार्टी जेडीयू और पीएम मोदी की BJP करीब 25 साल से गठबंधन में है लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि जेडीयू ऑफिस में लगे पोस्टरों में पीएम मोदी की तस्वीर लगाई गई है।नीतीश कुमार के 2005 से 2025 के कार्यकाल में करीब तीन साल ही ऐसा वक्त रहा जब वह बीजेपी के साथ गठबंधन से वह अलग हुए लेकिन कभी भी ऐसा नहीं देखा गया कि जेडीयू की तरफ से लगाए गए पोस्टर में कभी पीएम मोदी की तस्वीर लगाई गई हो।
पीएम-सीएम की तस्वीर
बता दें कि मंगलवार को पटना के जेडीयू ऑफिस में विकास कार्यों को लेकर कई पोस्टर लगाए गए, जिसमें सीएम नीतीश के साथ पीएम मोदी की भी तस्वीर है।पोस्टरों में सीएम नीतीश और पीएम मोदी की तस्वीर के साथ कुछ इस तरह की लाइनें लिखी हैं- 'महिलाओं की जयकार, फिर से एनडीए सरकार, नौकरी, रोजगार खुशहाल बिहार फिर से एनडीए सरकार, लग रहे उद्योग मिल रहा रोजगार फिर से एनडीए सरकार
बिहार में NDA पूरी तरह एकजुट
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, JDU का यह कदम NDA में अपनी स्थिरता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। JDU का इस तस्वीर के माध्यम से कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की जा रही है कि बिहार में NDA पूरी तरह एकजुट है और 2025 के विधानसभा चुनाव में भी दोनों दल साथ मिलकर लड़ने वाले हैं।
बता दें कि वर्ष 2024 में जदयू ने यह निर्णय लिया था कि उनके पोस्टरों में केवल नीतीश कुमार की तस्वीर होगी जिससे उनकी नेतृत्वकारी छवि को मजबूत किया जा सके। हालांकि, अब PM मोदी की तस्वीर का शामिल होना एक बड़े सियासी बदलाव का संकेत है। यह कदम न केवल NDA के भीतर नीतीश कुमार और भाजपा के बीच मजबूत तालमेल को बताता है, बल्कि विपक्षी महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव के हमलों का जवाब भी है जिन्होंने चुनाव के बाद नीतीश कुमार को एनडीए में दरकिनार किये जाने के आरोप लगाए हैं।