बिहार में सरकारी बसों की होगी नई पहचान: बसों का विशेष रंग और रूट कोड होगा, मनमाने किराए की समस्या भी होगी खत्म
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने भागलपुर और पूर्णिया प्रमंडल से चलने वाली सरकारी बसों को नई पहचान देने की योजना बनाई है। अब इन बसों का विशेष रंग और रूट कोड होगा, जिससे वे निजी बसों से स्पष्ट रूप से अलग दिखेंगी। निगम को पिछले कुछ दिनों से शिकायत मिल रही थी कि यात्री सरकारी और निजी बस में अंतर नहीं कर पाते हैं जिससे उनको परेशानी होती है। नई व्यवस्था के तहत...

बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने भागलपुर और पूर्णिया प्रमंडल से चलने वाली सरकारी बसों को नई पहचान देने की योजना बनाई है। अब इन बसों का विशेष रंग और रूट कोड होगा, जिससे वे निजी बसों से स्पष्ट रूप से अलग दिखेंगी। निगम को पिछले कुछ दिनों से शिकायत मिल रही थी कि यात्री सरकारी और निजी बस में अंतर नहीं कर पाते हैं जिससे उनको परेशानी होती है। नई व्यवस्था के तहत परिवहन निगम अपनी बसों को एक खास रंग देगा, जिससे वे निजी बसों से अलग दिखेंगी। इसके अलावा प्रत्येक बस पर एक कोड भी अंकित होगा, जिससे यात्री यह आसानी से पहचान पाएंगे कि वे किस रूट पर जा रही है।
इस नई व्यवस्था से मिलेगी सहूलियत
बता दें कि परिवहन निगम ने सभी रूटों पर बस चलाने के लिए 12 जुलाई के पहले सर्वे का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा है।इसके बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा कि किस रूट पर कितनी संख्या में बसों का परिचालन किया जाए। दरअसल विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के दौरान लाखों श्रद्धालु देश के विभिन्न कोनों से गंगाजल भरने के लिए सुल्तानगंज आते हैं। उन्हें अक्सर बसों की पहचान और किराए को लेकर दिक्कत का सामना करना पड़ता है। इस नई व्यवस्था से उन्हें काफी सहूलियत होगी।
सुल्तानगंज के लिए सीधी बसें चलाई जाएंगी
वहीं परिवहन निगम दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को लुभाने के लिए कई अन्य पहल भी कर रहा है। खासकर श्रावणी मेला के दौरान भागलपुर, पूर्णिया, मुंगेर, बेगूसराय और दरभंगा समेत अन्य प्रमुख शहरों से सुल्तानगंज के लिए सीधी बसें चलाई जाएंगी।बता दें कि अन्य जिलों से आने वाले श्रद्धालुओं को बसों के रंग और कोड से उनकी पहचान करनी आसान हो जाएगी साथ ही साथ मनमाने किराए की समस्या भी खत्म होगी।