IGIMS के छात्र की सड़क दुर्घटना के बाद इलाज के अभाव में मौत, अपने अस्पताल में नहीं मिला बेड, धरने पर बैठे स्टूडेंट्स
पटना में मेडिकल छात्र की सड़क दुर्घटना के बाद इलाज के अभाव में मौत ने सबको झकझोर के रख दिया है। यह घटना न सिर्फ चिकित्सा व्यवस्था की पोल खोलती है, बल्कि आम जनता की तकलीफों का भी संकेत देती है। पटना के प्रतिष्ठित सरकारी अस्पताल आइजीआइएमएस में पढ़ाई कर रहे एक मेडिकल छात्र की सड़क दुर्घटना के बाद इलाज के अभाव में मौत हो गई। मृतक छात्र की पहचान मोतिहारी निवासी अभिनव पांडेय के रूप में हुई है, जो आइजीआइएमएस का ही छात्र था। ...

राजधानी पटना से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। पटना में मेडिकल छात्र की सड़क दुर्घटना के बाद इलाज के अभाव में मौत ने सबको झकझोर के रख दिया है। यह घटना न सिर्फ चिकित्सा व्यवस्था की पोल खोलती है, बल्कि आम जनता की तकलीफों का भी संकेत देती है। मेडिकल छात्र की मौत ने न सिर्फ संस्थान की संवेदनहीनता को उजागर किया है, बल्कि यह साफ कर दिया है कि स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत कागजों से कहीं अलग है।
अपने ही अस्पताल में घायल को बेड नहीं मिला
दरअसल राजधानी पटना के प्रतिष्ठित सरकारी अस्पताल आइजीआइएमएस में पढ़ाई कर रहे एक मेडिकल छात्र की सड़क दुर्घटना के बाद इलाज के अभाव में मौत हो गई। मृतक छात्र की पहचान मोतिहारी निवासी अभिनव पांडेय के रूप में हुई है, जो आइजीआइएमएस का ही छात्र था। छात्र की मौत के बाद नाराज साथियों ने जमकर हंगामा किया। डायरेक्टर के आवास के बाहर ही धरने पर बैठ गए। छात्रों का आरोप है कि अपने ही अस्पताल में घायल को बेड नहीं मिला।
अस्पताल प्रशासन ने बेड देने से मना कर दिया
डॉ. मणिकांत सिंह ने बताया कि 7 अप्रैल को एमबीबीएस सेकंड ईयर के अभिनव पांडेय(20) हड़ताली मोड़ के पास रोड एक्सीडेंट में घायल हो गए थे। हमलोग घायल को लेकर IGIMS पहुंचे। जहां अस्पताल प्रशासन ने बेड देने से मना कर दिया। इसके बाद पारस हॉस्पिटल में भर्ती कराया। जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत के बाद देर रात एंबुलेंस उपलब्ध कराने के लिए डायरेक्टर के पास पहुंचे। ताकि डेड बॉडी को घर भेजा जा सके। डायरेक्टर डॉ. विन्देय कुमार उल्टा बोलने लगे। कहने लगे कि तुम लोगों की हिम्मत कैसे हुई यहां आने की। कैंपस में एसडीएम और पुलिस को बुला लिया।
कैंपस में तनाव का माहौल
फिलहाल कैंपस में तनाव का माहौल है। भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। SDPO साकेत कुमार भी मौके पर पहुंचे हैं। छात्रों को समझाने में जुटे हुए हैं।बता दें कि एक होनहार मेडिकल छात्र की ऐसी दुखद मौत से न सिर्फ छात्र समुदाय दुखी है बल्कि पूरे राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर गहरी चिंता जताई जा रही है।