निर्दलीय या पार्टी टिकट: ज्योति सिंह ने किया चुनावी ऐलान, काराकाट में बढ़ी हलचल,लोग बोले-मजबूत दावेदार होंगी

भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह से विवाद के बीच उनकी पत्नी ज्योति सिंह ने राजनीति में बड़ा कदम उठाते हुए बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। ज्योति सिंह ने साफ किया है कि वह काराकाट विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगी — चाहे निर्दलीय के रूप में या किसी राजनीतिक पार्टी के टिकट पर। ज्योति सिंह की इस घोषणा के बाद से उनके समर्थकों में जबरदस्त जोश और उत्साह देखा जा रहा है। वे लंबे समय से काराकाट क्षेत्र में सामाजिक और राजनीतिक....

निर्दलीय या पार्टी टिकट: ज्योति सिंह ने किया चुनावी ऐलान, काराकाट में बढ़ी हलचल,लोग बोले-मजबूत दावेदार होंगी

भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह से विवाद के बीच उनकी पत्नी ज्योति सिंह ने राजनीति में बड़ा कदम उठाते हुए बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। ज्योति सिंह ने साफ किया है कि वह काराकाट विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगी — चाहे निर्दलीय के रूप में या किसी राजनीतिक पार्टी के टिकट पर। ज्योति सिंह की इस घोषणा के बाद से उनके समर्थकों में जबरदस्त जोश और उत्साह देखा जा रहा है। वे लंबे समय से काराकाट क्षेत्र में सामाजिक और राजनीतिक रूप से सक्रिय रही हैं, और लोकसभा चुनाव के समय से ही लोगों से जुड़ाव बनाकर चल रही हैं।

पिता का बयान..
हाल ही में ज्योति सिंह के पिता रामबाबू सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यदि पवन सिंह अपनी पत्नी को स्वीकार कर लें और रिश्ते सामान्य हो जाएं, तो ज्योति सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगी। लेकिन यदि ऐसा नहीं होता है, तो वे निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।कुछ समय पहले ज्योति सिंह ने जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर से मुलाकात की थी, जिसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि वे जन सुराज के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं। हालांकि, ताज़ा संकेतों से लगता है कि दोनों के बीच बात नहीं बन सकी है और अब ज्योति सिंह स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपनी दावेदारी पेश करेंगी।

स्थानीय समर्थन: सहानुभूति और प्रभाव दोनों का लाभ
वहीं काराकाट के स्थानीय लोगों का कहना है कि ज्योति सिंह को सहानुभूति वोट मिल सकते हैं।लोगों का कहना है कि , “पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच चल रहे विवाद को देखते हुए जनता की सहानुभूति ज्योति सिंह के साथ हो सकती है। महिला होने के नाते वे लोगों को प्रभावित करने में सक्षम हैं।”एक अन्य स्थानीय नागरिक ने बताया कि लोकसभा चुनाव के समय पवन सिंह को मिले वोटों में ज्योति सिंह का अहम योगदान था। “वह खुद प्रचार में सक्रिय थीं और खासकर महिला मतदाताओं को प्रभावित किया था। उनका ग्राउंड कनेक्शन उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बनाता है।” बता दें कि काराकाट विधानसभा क्षेत्र में अब मुकाबला और भी दिलचस्प हो सकता है। पवन सिंह के प्रभाव, ज्योति सिंह के जनसंपर्क, और पारिवारिक विवाद की पृष्ठभूमि से यह चुनाव एक नई दिशा ले सकता है। यदि वे निर्दलीय लड़ती हैं, तो यह पारंपरिक पार्टियों के समीकरण को भी प्रभावित कर सकता है।