उद्योगपति मुकेश अंबानी ने गयाजी में पूर्वजों का किया पिंडदान,तीर्थ पुरोहितों को दिया विशेष दान

बिहार की मोक्षभूमि गया नगरी… वह पावन धाम, जहाँ आस्था और सनातन परंपरा का अद्भुत संगम होता है। जहाँ हर साल पितृपक्ष के मौके पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान करने आते हैं।इसी विश्वविख्यात पितृपक्ष मेले के बीच शुक्रवार को देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी अपने छोटे बेटे अनंत अंबानी के साथ गया पहुंचे। विशेष विमान से पहुंचे अंबानी ने विष्णुपद मंदिर के हरिमंडप में पूरे वैदिक विधान से पिंडदान और..............

उद्योगपति मुकेश अंबानी ने गयाजी में पूर्वजों का किया पिंडदान,तीर्थ पुरोहितों को दिया विशेष दान

बिहार की मोक्षभूमि गया नगरी… वह पावन धाम, जहाँ आस्था और सनातन परंपरा का अद्भुत संगम होता है। जहाँ हर साल पितृपक्ष के मौके पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु अपने पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान करने आते हैं।इसी विश्वविख्यात पितृपक्ष मेले के बीच शुक्रवार को देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी अपने छोटे बेटे अनंत अंबानी के साथ गया पहुंचे। विशेष विमान से पहुंचे अंबानी ने विष्णुपद मंदिर के हरिमंडप में पूरे वैदिक विधान से पिंडदान और तर्पण किया। 

पूरे मंदिर परिसर की जांच की गई
पिंडदान की पूजा के बाद मंदिर के पुरोहित ने बताया कि ये मुकेश अंबानी का गयाजी का पहला आध्यात्मिक दौरा था। इस दौरान उनके बेटे भी कदम-कदम पर उनके साथ थे। पूजा के बाद विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति ने इस मौके पर उनका सम्मान भी किया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पिंडदान की पूजा होने के बाद मुकेश अंबानी ने जिला प्रशासन के सुरक्षा की सरहना भी की।मुकेश अंबानी और उनके बेटे के पहुंचने से पहले ही पूरे मंदिर परिसर की जांच की गई। इसके साथ ही अंबानी परिवार की सुरक्षा के लिए के लिए उनके साथ गया जी के डीएम शशांक शुभंकर और एसएसपी आनंद कुमार भी मुस्तैद दिखे

दान-दक्षिणा बनी चर्चा का विषय
उद्योगपति मुकेश अंबानी ने बिहार के गया जी धाम में अपने पूज्य पिता धीरूभाई अंबानी की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान और तर्पण की रस्में पूरी करने के बाद उन्होंने वहाँ के तीर्थ पुरोहितों को जो दान-दक्षिणा दी, वह चर्चा का विषय बन गया है। दरअसल पिंडदान के बाद पुरोहितों और ब्राह्मणों को दान देना अनिवार्य माना जाता है। मुकेश अंबानी ने वहां के तीर्थ पुरोहितों को अत्यधिक आदर के साथ दान-दक्षिणा अर्पित की। वहां मौजूद बड़ी संख्या में पुरोहितों को सम्मानपूर्वक लिफाफे में नकद राशि दी गई। इसके अलावा, मुकेश अंबानी ने सोने की अंगूठी और बर्तनों का भी दान किया।

पितरों की मुक्ति का सर्वोच्च धाम
बता दें कि सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार, गया जी को पितरों की मुक्ति का सर्वोच्च धाम माना जाता है। यहां फल्गु नदी के तट पर पिंडदान करने से पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। स्वयं भगवान राम ने भी यहां अपने पिता दशरथ का पिंडदान किया था। मुकेश अंबानी का गया जी आकर यह अनुष्ठान करना इस स्थान की धार्मिक महत्ता को दर्शाता है।