जमुई: गाड़ी मालिक ने गलत चालान कटने पर लगाई गुहार,बाइक घर खड़ी थी, ₹1000 जुर्माना,थाना से लेकर डीटीओ तक भटके, नहीं हुई सुनवाई

बिहार के जमुई जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। किसान दिनेश महतो को एक ऐसा ट्रैफिक चालान भेजा गया है, जिसमें उनकी बाइक की फोटो और विवरण तक सही नहीं है। दिनेश ने इस गलत चालान की शिकायत लेकर डीएम नवीन कुमार और एसपी विश्वजीत दयाल से न्याय की गुहार लगाई है।दिनेश महतो, जो सिकंदरा थाना क्षेत्र के दिधौत गांव के निवासी हैं, ने बताया कि 26 जुलाई को सुबह 11:40 बजे उनकी बाइक उनके घर पर खड़ी थी। इसके बावजूद उनके मोबाइल पर ₹1000 का चालान आया, जिसमें हेलमेट नहीं...

जमुई: गाड़ी मालिक ने गलत चालान कटने पर लगाई गुहार,बाइक घर खड़ी थी, ₹1000 जुर्माना,थाना से लेकर डीटीओ तक भटके, नहीं हुई सुनवाई

बिहार के जमुई जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। किसान दिनेश महतो को एक ऐसा ट्रैफिक चालान भेजा गया है, जिसमें उनकी बाइक की फोटो और विवरण तक सही नहीं है। दिनेश ने इस गलत चालान की शिकायत लेकर डीएम नवीन कुमार और एसपी विश्वजीत दयाल से न्याय की गुहार लगाई है।दिनेश महतो, जो सिकंदरा थाना क्षेत्र के दिधौत गांव के निवासी हैं, ने बताया कि 26 जुलाई को सुबह 11:40 बजे उनकी बाइक उनके घर पर खड़ी थी। इसके बावजूद उनके मोबाइल पर ₹1000 का चालान आया, जिसमें हेलमेट नहीं पहनने का आरोप था।

बाइक घर खड़ी थी, फिर भी चालान!
जब दिनेश ने चालान की प्रति ऑनलाइन डाउनलोड की, तो उसमें हीरो ग्लैमर बाइक की फोटो दिखाई दी। उन्होंने कहा, "ये बाइक मेरी नहीं है। लगता है किसी ने मेरे वाहन नंबर की फर्जी नंबर प्लेट बना ली है और उसका दुरुपयोग कर रहा है।"उन्होंने अपने वाहन नंबर के गलत इस्तेमाल से किसी आपराधिक गतिविधि में फंसने की भी आशंका जताई है। उन्होंने गलत चालान रद्द करने और जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

डीएम ने दिया जांच का आदेश
दिनेश महतो ने बताया कि गलत चालान मिलने के बाद वो सबसे पहले सिकंदरा थाना पहुंचे, जहां से उन्हें डीटीओ कार्यालय भेज दिया गया। वहां से उन्हें यातायात थाना भेजा गया। तीनों जगहों पर कोई सुनवाई नहीं हुई।आखिरकार थक-हार कर दिनेश जमुई समाहरणालय पहुंचे और डीएम व एसपी को आवेदन देकर न्याय की मांग की।मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम नवीन कुमार ने जिला परिवहन पदाधिकारी (DTO) को पूरे प्रकरण की जांच करने का निर्देश दे दिया है। उम्मीद की जा रही है कि जांच के बाद इस गलती को सुधारा जाएगा और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं देखा जाए तो दिनेश महतो का मामला बिहार में ट्रैफिक सिस्टम और डिजिटल चालान व्यवस्था की खामियों को उजागर करता है। इस तरह की घटनाएं न सिर्फ आम नागरिकों को परेशान करती हैं, बल्कि फर्जीवाड़े और वाहन नंबर के दुरुपयोग जैसी बड़ी समस्याओं की ओर भी इशारा करती हैं।