बिहार परिवहन विभाग में करीब 600 कर्मचारी को बैठकर दिया जा रहा करोड़ों का सैलरी, जानिए कैसे?

बिहार परिवहन विभाग में करीब 600 कर्मचारी को बैठकर दिया जा रहा करोड़ों का सैलरी, जानिए कैसे?

PATNA : ऐसे तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा से कहते रहते हैं कि, राज्य में राजस्व की कमी है. वह आए दिन केंद्र सरकार से विशेष पैकेज की मांग भी बिहार के लिए करते हैं. वहीं दूसरी तरफ बिहार में काम कर रहे आशा दीदी, नियोजित शिक्षक या संविदा पर काम करने वाले कर्मचारी अगर अपनी वेतन बढ़ाने की बात कहते हैं तो उन्हें लाठी तक खानी पड़ती है और उनको वेतन नहीं बढ़ाया जाता है. वहीं, बिहार में एक ऐसा विभाग है, जिस विभाग से सरकार को हजारों करोड़ों का राजस्व आता है और उस विभाग का नाम है, बिहार परिवहन विभाग. बिहार परिवहन विभाग में 2023 में करीब 74 MVI और 200 ESI (दारोगा) की बहाली की गई थी. जिसमें सरकार ने उनके ट्रेनिंग में करोड़ों रुपए खर्च किए थे. उसके बाद विभाग उन अफसर से कोई काम नहीं ले रहा है. उन्हें बैठक महीना का करोड़ों रूपये का सैलरी हर महीने दिया जा रहा है.

सूत्रों की माने तो, हैंड हैंडल डिवाइज नहीं होने के कारण उनका काम नहीं दिया जा रहा है. जबकि ऐसा नहीं है. विभाग के पास सैकड़ों में ये डिवाइज उनके पास है. अब आप सोच रहे होंगे कि, यह हैंड हैंडल डिवाइज क्या होता है? हैंड हैंडल डिवाइज विभाग के द्वारा दिया जाता है, जिसमें एक कोड होता है और उस कोड के जरिए अधिकारी चालान काट सकते हैं, लेकिन अभी ऐसे 200 ESI (दारोगा) काम नहीं कर रहे हैं और विभाग उनको बिठाकर महीने का सैलरी दे रहा है.

 

वही, जब इस मामले पर इस बार विधानसभा सत्र में सवाल उठाया गया तो, विभाग में उन 74 MVI को कम पर लगा दिया, लेकिन अभी भी 200 ESI (दारोगा) को विभाग बैठा कर रखा हुआ है. वहीं, 3 साल पहले BMS यानी की परिवहन विभाग का सिपाही जो तकरीबन 350 लोग हैं. उनको भी विभाग करोड़ों का सैलरी महीना में दे रहा है और उनसे कोई काम नहीं ले रहा है. सिर्फ सेल्यूट मरवाने के. ऐसे में सरकार को और विभाग को जरूर इस गंभीर मुद्दे पर सोचना चाहिए और बिहार के राजस्व पर जो बोझ बढ़ रहा है. उसको कंट्रोल करें और जिन लोगों की नियुक्ति जिस काम के लिए की गई है. उसे वह काम लिया जाए. अब देखना होगा कि, विभाग आने वाले समय में करीब 350 BMS (सिपाही) और करीब 200 ESI (दारोगा) अधिकारियों से काम लेती है या उन सब को बैठा कर सैलरी देती है.

REPORT - DESWA NEWS