नीतीश कुमार ने रचा इतिहास: दसवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ, पीएम मोदी का ‘गमछा जेस्चर’ बना समारोह का आकर्षण
बिहार की राजनीति में इतिहास रचते हुए नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश कुमार सहित 27 लोगों ने गांधी मैदान में शपथ लिया। पटना का गांधी मैदान इस ऐतिहासिक दृश्य का गवाह बना, जहां बिहार भर से आए हजारों लोगों ने शपथ ग्रहण समारोह को देखने के लिए उमड़ पड़े।इस कार्यक्रम में खास बात यह रही कि महिलाओं की भागीदारी मतदान........
बिहार की राजनीति में इतिहास रचते हुए नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। नीतीश कुमार सहित 27 लोगों ने गांधी मैदान में शपथ लिया। पटना का गांधी मैदान इस ऐतिहासिक दृश्य का गवाह बना, जहां बिहार भर से आए हजारों लोगों ने शपथ ग्रहण समारोह को देखने के लिए उमड़ पड़े।इस कार्यक्रम में खास बात यह रही कि महिलाओं की भागीदारी मतदान दिवस जैसी उत्साही और उल्लेखनीय दिखी।
पीएम मोदी का देशी अंदाज़ बना चर्चा का केंद्र
वहीं शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देशी अंदाज़ में गमछा लहराकर लोगों का स्वागत करना पूरे कार्यक्रम का सबसे खास क्षण बन गया।मोदी के इस जेस्चर ने पूरे मैदान का माहौल उत्साह से भर दिया।लोग खुशी से झूम उठे और मैदान तालियों से गूंज उठा।इस दृश्य की जनता सुबह से प्रतीक्षा कर रही थी, क्योंकि शपथ से पहले गांधी मैदान में कई लोग और महिला समूह पहले ही गमछा लहराते देखे गए थे। पीएम मोदी के आगमन से पहले मनोज तिवारी सहित कई नेता भी गमछा लहराते नजर आए, लेकिन जनता जिस पल का इंतजार कर रही थी, वो पीएम मोदी ने शपथ के बाद पूरा कर दिया।जैसे ही पीएम मोदी ने गमछा लहराया, नीतीश कुमार और मौजूद नेताओं ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया और माहौल उत्साहपूर्ण हो गया।
एनडीए के शीर्ष नेताओं की भव्य मौजूदगी
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कई केंद्रीय मंत्री और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद रहे।नीतीश कुमार समेत 27 नेताओं ने मंच पर शपथ ली। इसके बाद एनडीए नेताओं की सामूहिक तस्वीर भी ली गई, जिसमें पीएम मोदी खुद नेताओं को व्यवस्थित करते नजर आए।
गांधी मैदान और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे।आम नागरिकों के प्रवेश पर 20 नवंबर तक पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था।इसके बावजूद कार्यक्रम के दिन क्षेत्र में भारी भीड़ उमड़ी और जनता ने ऐतिहासिक शपथ ग्रहण को अपनी उपस्थिति से यादगार बनाया













