Reetlal Yadav Daughter Campaign: पिता जेल में, बेटी संभाल रही हैं चुनाव प्रचार की कमान

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होने वाली है। ऐसे में सभी दलों ने प्रचार तेज कर दिया है। पटना जिले की दानापुर विधानसभा सीट इस बार सबसे चर्चित सीटों में से एक बन गई है। यहां मुकाबला है केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद रामकृपाल यादव तथा आरजेडी के वर्तमान विधायक रीतलाल यादव के बीच ,लेकिन इस चुनावी जंग की सबसे भावनात्मक तस्वीर सामने आई है — जब रीतलाल यादव की 16 वर्षीय....

Reetlal Yadav Daughter Campaign: पिता जेल में, बेटी संभाल रही हैं चुनाव प्रचार की कमान

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होने वाली है। ऐसे में सभी दलों ने प्रचार तेज कर दिया है। पटना जिले की दानापुर विधानसभा सीट इस बार सबसे चर्चित सीटों में से एक बन गई है। यहां मुकाबला है केंद्रीय मंत्री और पूर्व सांसद रामकृपाल यादव तथा आरजेडी के वर्तमान विधायक रीतलाल यादव के बीच ,लेकिन इस चुनावी जंग की सबसे भावनात्मक तस्वीर सामने आई है — जब रीतलाल यादव की 16 वर्षीय बेटी श्वेता सिन्हा पिता की गैरमौजूदगी में वोट मांगने के लिए जनता के बीच उतरीं।

पिता के लिए सड़कों पर उतरी बेटी
बता दें कि रीतलाल यादव फिलहाल जेल में बंद हैं। ऐसे में उनकी बेटी श्वेता, जो फिलहाल कक्षा 11वीं में पढ़ाई कर रही हैं, पिता के समर्थन में प्रचार की कमान संभाले हुई हैं। वह दिनभर दानापुर के मोहल्लों और गांवों में जाकर लोगों से अपील कर रही हैं कि वे उनके पिता को जिताएं। श्वेता के साथ महिलाओं और पार्टी समर्थकों की एक टीम लगातार चलती है। वे मतदाताओं से मिलकर रीतलाल यादव के विकास कार्यों और छवि के बारे में बात करती हैं।

श्वेता ने कहा मेरे ख्याल से पापा से ज्यादा जरूरी दुनिया में कुछ होता नहीं है। चुनाव जितना पापा के लिए जरूरी है। अगर वो चुनाव नहीं जीते तो लोग और भी गंदे तरीके से उन्हें जेल में फंसाकर डाल देंगे। मुझे डर हैं कि मेरे परिवार के साथ कुछ भी हो सकता है।मुझे नहीं पता कि मेरे पिता का नाम किसी मामले में दर्ज है। ये सब विरोधी का काम हैं। ये अभी से नहीं पिछले 8 महीने पहले से ये कर रहे है।मेरे पापा बहुत अच्छे इंसान है। किसी के बोलने से कुछ नहीं होता। वो हमारे साथ रहते है सबको एक बराबर प्यार करते है। मेरे पापा राजनीति में जनता की सेवा करने के लिए आए हैं।

राजनीति पसंद नहीं, 
श्वेता कहती हैं मुझे राजनीति बिल्कुल पसंद नहीं है।  लेकिन आज मेरे पिता बुरे वक्त से गुजर रहे हैं। उन्हें विरोधियों ने फंसा दिया है। मैं सिर्फ उन्हें न्याय दिलाने के लिए जनता के बीच गई हूं। बता दें कि दानापुर में इस बार चुनावी माहौल भावनात्मक हो गया है। एक तरफ भाजपा के वरिष्ठ नेता रामकृपाल यादव हैं, वहीं दूसरी तरफ रीतलाल यादव की बेटी के नेतृत्व में चल रहा प्रचार जनता के दिल को छू रहा है। अब 6 नवंबर को जनता तय करेगी कि दानापुर में जीत किसकी होगी। गौरतलब हो कि रीतलाल यादव ने 17 अप्रैल 2025 को दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण किया था, जिसके बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेजा गया था।विधायक पर बिल्डर कुमार गौरव से 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने और धमकी देने का आरोप है। इस संबंध में खगौल थाना क्षेत्र में FIR दर्ज की गई थी।करीब दो महीने पहले सुरक्षा दृष्टिकोण से राजद विधायक को पटना के बेऊर जेल से भागलपुर के विशेष केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया गया था। रीतलाल यादव को हाई सिक्योरिटी वाले तृतीय खंड के T-सेल में रखा गया है।