मुजफ्फरपुर के गायघाट पुलिस का चौंकाने वाला ऑडियो आया सामने, '5 दिन में आते हैं तब दिखा देंगे की रंगबाजी क्या होता है'? 

मुजफ्फरपुर के गायघाट पुलिस का चौंकाने वाला ऑडियो आया सामने, '5 दिन में आते हैं तब दिखा देंगे की रंगबाजी क्या होता है'? 

MUZAFFARPUR : देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ के पास एक ऐसा ऑडियो सामने आया है. जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे. आप सोचेंगे की क्या हमारे समाज में जो हमारे रक्षा के लिए वर्दीधारी है. वह इस तरीके से गुंडागर्दी करते हैं. जी हां, यह ऑडियो बिहार के मुजफ्फरपुर के गायघाट थाना के SHO का बताया जा रहा है. खैर, इस ऑडियो की पुष्टि देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ नहीं करता है, लेकिन जिस तरीके से इस ऑडियो में अपने आप को गायघाट का SHO बताने वाला व्यक्ति जिस लहजे में फोन पर बात कर रहा है. वह कहीं ना कहीं यह जरूर जाहिर कर रहा है कि, पुलिस आम व्यक्ति को धमकाने का काम करती है.

 

इस ऑडियो में एक तरफ जहां सिद्धार्थ नाम का युवक है, तो वहीं दूसरी तरफ गायघाट के SHO उमाकांत है, जो अपना परिचय दे रहे हैं. इस ऑडियो की पुष्टि देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ नहीं करता है लेकिन ऑडियो में साफ सुना जा सकता है कि, किस तरीके से SHO के द्वारा बार-बार धमकी देने का काम किया जा रहा है. SHO साहब बार-बार कह रहे हैं, आते हैं '5 दिन में तब रंगबाजी करियेगा हम दिखा देंगे की रंगबाजी क्या होता है'? उसके बाद यहां तक कहा जा रहा है कि. आप जिसके बल पर कूद रहे हैं जाकर डीएम और एसपी साहब को भी बता दीजिएगा कि, वहां कट चलेगा. वह कट मैंने लगाया है. इसके बाद SHO नियम की भी दुहाई दे रहे हैं. किलोमीटर की बात कर रहे हैं और बार-बार यही कह रहे हैं आता हूं तो बता दूंगा.

वही, सिद्धार्थ नामक युवक  के बार-बार यही कह रहा है कि, वह कट पर आदेश की कॉपी की मांग करता है तो वहां के कर्मचारी उनको नहीं देने की बात कह कर भगा देता है और बोलता है कि, जाकर पुलिस से बात कर लो. वही, इस पूरे बातचीत में मैथिली टोल प्लाजा का भी जिक्र होता है. जिसमें वहां पर गुंडागर्दी की भी बात सामने कहीं जा रही है. जिस तरीके का यह ऑडियो सामने आया है. वह कहीं ना कहीं यह जरूर जाहिर कर रहा है कि, मैथी टोल प्लाजा पर कुछ ना कुछ गलत जरूर हो रहा है. देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ संबंधित वरिये अधिकारियों से आग्रह करता है कि, इस ऑडियो की सही जांच की जाए और पता किया जाए कि क्या सच में गायघाट के एसएचओ साहब इस लहजे में बात करते हैं? या यह ऑडियो फेक है. अगर सच में पुलिस इस तरीके से बात करती है तो यह एक गंभीर समस्या है. जिस पुलिस के पास आम जनता अपनी समस्या लेकर जाती है. अगर वही गुंडो की तरह बात करें तो फिर आम जनता का क्या होगा?

REPORT - KUMAR DEVANSHU