तेज प्रताप यादव का दावा -जनशक्ति जनता दल जीतेगी 10 से 15 सीटें, बोले 14 नवंबर को सब साफ होगा
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले सियासी सरगर्मी अपने चरम पर पहुंचने के बाद अब प्रचार का शोर थम गया। 11 नवंबर को राज्य के 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। रविवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार समाप्त होते ही सभी दल अब रणनीति को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं।इसी बीच जनशक्ति जनता दल (JJD) के प्रमुख और महुआ सीट से उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने आत्मविश्वास से...
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले सियासी सरगर्मी अपने चरम पर पहुंचने के बाद अब प्रचार का शोर थम गया। 11 नवंबर को राज्य के 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। रविवार शाम पांच बजे चुनाव प्रचार समाप्त होते ही सभी दल अब रणनीति को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं।इसी बीच जनशक्ति जनता दल (JJD) के प्रमुख और महुआ सीट से उम्मीदवार तेज प्रताप यादव ने आत्मविश्वास से भरा दावा किया है कि उनकी पार्टी इस बार बिहार की राजनीति में मजबूती से उभरेगी। मीडिया से बातचीत में तेज प्रताप ने कहा हम जीतेंगे। हमारी पार्टी 10 से 15 सीटें जीतने जा रही है।
14 नवंबर को सबकुछ साफ हो जाएगा
वहीं जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि राज्य में सरकार कौन बनाएगा, तो तेज प्रताप यादव ने मुस्कुराते हुए कहा देखिए क्या होता है। 14 नवंबर को सबकुछ साफ हो जाएगा। परिणाम उसी दिन सामने आ जाएंगे। मैं सर्वज्ञ नहीं हूं, इसलिए अभी कुछ नहीं कह सकता। बता दें कि तेज प्रताप इन दिनों अपने अलग राजनीतिक अभियान और बयानबाज़ी को लेकर लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। महुआ सीट पर इस बार का मुकाबला बेहद दिलचस्प और हाई-प्रोफाइल माना जा रहा है, जहां से वे एक बार फिर अपनी किस्मत आज़मा रहे हैं।
पीएम मोदी पर तेजस्वी का हमला
दूसरी ओर, राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने पहले चरण की वोटिंग के चार दिन बाद भी मतदान का लिंग-वार डेटा जारी नहीं किया, जो पारदर्शिता पर सवाल उठाता है।पटना में पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा पहली बार ऐसा हो रहा है कि मतदान के चार दिन बीत जाने के बाद भी मतदाताओं का लिंग-वार डेटा सार्वजनिक नहीं किया गया। पहले यह जानकारी तुरंत दी जाती थी।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान बेरोजगारी, पलायन और महंगाई जैसे वास्तविक मुद्दों पर बात नहीं की, बल्कि नकारात्मक राजनीति में उलझे रहे।बता दें कि राज्य की 122 सीटों पर होने वाला यह चरण न केवल चुनावी नतीजों की दिशा तय करेगा, बल्कि कई बड़े नेताओं की राजनीतिक साख भी इसी चरण में दांव पर लगी है।अब सबकी निगाहें 11 नवंबर पर टिकी हैं, जब मतदाता अपने फैसले से तय करेंगे कि बिहार की सियासत किस दिशा में मुड़ेगी।













