CM आवास के बाहर कानून बेबस! बाइकर्स गैंग ने उड़ाईं ट्रैफिक नियमों की धज्जियां

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर एक बाइकर्स गैंग ने खुलेआम ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए उत्पात मचाया। यह घटना ऐसे समय सामने आई है, जब राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन कानून-व्यवस्था को लेकर लगातार सख्ती के दावे कर रहे हैं।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कई बाइकों पर तीन-तीन युवक सवार....

CM आवास के बाहर कानून बेबस! बाइकर्स गैंग ने उड़ाईं ट्रैफिक नियमों की धज्जियां

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास के बाहर एक बाइकर्स गैंग ने खुलेआम ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए उत्पात मचाया। यह घटना ऐसे समय सामने आई है, जब राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन कानून-व्यवस्था को लेकर लगातार सख्ती के दावे कर रहे हैं।प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कई बाइकों पर तीन-तीन युवक सवार थे। न तो किसी ने हेलमेट पहना था और न ही ट्रैफिक नियमों का पालन किया गया। तेज रफ्तार में प्रतिबंधित साइलेंसर लगी बाइकों के साथ यह गैंग सीएम आवास के बाहर से गुजरी और तेज आवाज़ में साइलेंसर बजाकर इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बना दिया।

धारा 144 लागू, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री आवास के आसपास का क्षेत्र अत्यंत संवेदनशील और प्रतिबंधित ज़ोन घोषित है, जहां धारा 144 लागू रहती है। इस इलाके में बिना अनुमति किसी भी तरह की भीड़, प्रदर्शन या अराजक गतिविधियों पर सख्त रोक है। इसके बावजूद बाइकर्स गैंग का वहां तक पहुंचना और बिना किसी रोक-टोक के तेज रफ्तार में गुजर जाना सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है।

पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बाइकर्स गैंग को रोकने या कार्रवाई करने की कोई कोशिश नहीं की। इस घटना के बाद पुलिस की कार्यशैली और सतर्कता पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।बता दें कि यह घटना बिहार के गृह मंत्री सम्राट चौधरी के हालिया बयानों को भी कटघरे में खड़ा करती है। गृह मंत्री लगातार यह दावा करते रहे हैं कि राज्य में अराजक तत्वों और मनचलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और कानून का राज स्थापित किया जाएगा लेकिन मुख्यमंत्री आवास जैसे हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में इस तरह की घटना ने इन दावों की हकीकत सामने ला दी है।