बुर्का हर जगह अनिवार्य मानने वालों को इस्लामिक देशों में जाना चाहिए—हिजाब पर बचौल का बयान, CM नीतीश का समर्थन

बिहार में हिजाब को लेकर चल रहे विवाद के बीच भाजपा के पूर्व विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल का बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने सरकारी नियुक्तियों और सार्वजनिक पदों पर पहचान की स्पष्टता को जरूरी बताते हुए कहा कि संवेदनशील पदों पर नियुक्ति के दौरान व्यक्ति की पहचान पूरी तरह सुनिश्चित...........

बुर्का हर जगह अनिवार्य मानने वालों को इस्लामिक देशों में जाना चाहिए—हिजाब पर बचौल का बयान, CM नीतीश का समर्थन

बिहार में हिजाब को लेकर चल रहे विवाद के बीच भाजपा के पूर्व विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल का बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने सरकारी नियुक्तियों और सार्वजनिक पदों पर पहचान की स्पष्टता को जरूरी बताते हुए कहा कि संवेदनशील पदों पर नियुक्ति के दौरान व्यक्ति की पहचान पूरी तरह सुनिश्चित होनी चाहिए।

यह प्रक्रिया पारदर्शिता और सुरक्षा के लिहाज़ से महत्वपूर्ण
बचौल ने सवाल उठाया कि यदि कोई महिला बुर्का पहनकर नियुक्ति पत्र लेने आती है, तो यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि दस्तावेज़ों में लगी तस्वीर उसी व्यक्ति की हो। उनके अनुसार, यह प्रक्रिया पारदर्शिता और सुरक्षा के लिहाज़ से महत्वपूर्ण है।पूर्व विधायक ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कोई अनुचित कदम नहीं उठाया है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री को लेकर दी जा रही धमकियों का कोई असर नहीं होगा और सरकार कानून के दायरे में रहकर अपना काम करेगी।

भारत कोई इस्लामिक देश नहीं 
अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व विधायक ने अपने बयान में और सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत कोई इस्लामिक देश नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन्हें बुर्का से विशेष लगाव है और जो इसे हर जगह अनिवार्य मानते हैं, उन्हें पाकिस्तान, बांग्लादेश या इराक जैसे इस्लामिक देशों में जाना चाहिए। इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।बचौल ने कहा कि हिजाब की आड़ में आतंकवाद पनपता है। आतंकी घटना को अंजाम देकर आतंकी हिजाब पहनकर भाग जाते हैं।

बेवजह तूल दिया जा रहा है-दिलीप जयसवाल
वहीं, मंत्री दिलीप जायसवाल ने पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हिजाब से जुड़ी घटना को बेवजह तूल दिया जा रहा है। उनके अनुसार, मुख्यमंत्री ने महिला डॉक्टर को अभिभावक की तरह केवल सुझाव दिया था, न कि कोई आदेश।फिलहाल, हिजाब विवाद और नेताओं के बयानों ने बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सियासी चर्चाएं और तेज़ होने की संभावना है।