बिहार चुनाव से पहले पटना की दीवारों से हटाए जा रहे पोस्टर, DM ने दिए सख्त निर्देश,दिनभर का 500 रुपए ले रहे मजदूर
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो चुकी हैं और राजधानी पटना इसकी ज़िंदा मिसाल बन चुकी है। शहर की दीवारों, अंडरपास, चौक-चौराहों और सड़कों पर राजनीतिक पोस्टरों की भरमार देखने को मिल रही है।जदयू, राजद, भाजपा और जन सुराज जैसे प्रमुख दलों के डिजिटल वॉल पेंटिंग, पोस्टर और बैनर पूरे शहर को चुनावी रंग में रंग चुके थे।स्थिति ऐसी हो गई थी कि पटना में सफर करने वाले लोग जहां नजर घुमाते, वहां किसी न किसी दल का चेहरा और नारा दिखता..

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो चुकी हैं और राजधानी पटना इसकी ज़िंदा मिसाल बन चुकी है। शहर की दीवारों, अंडरपास, चौक-चौराहों और सड़कों पर राजनीतिक पोस्टरों की भरमार देखने को मिल रही है।जदयू, राजद, भाजपा और जन सुराज जैसे प्रमुख दलों के डिजिटल वॉल पेंटिंग, पोस्टर और बैनर पूरे शहर को चुनावी रंग में रंग चुके थे।स्थिति ऐसी हो गई थी कि पटना में सफर करने वाले लोग जहां नजर घुमाते, वहां किसी न किसी दल का चेहरा और नारा दिखता है।
नगर निगम की टीम एक्टिव
हालात ऐसे हैं कि पोस्टरों की इस अंधाधुंध होड़ में नेता जनता की दीवारों पर उतर आए हैं।वहीं इस चुनावी "पोस्टर युद्ध" पर पटना डीएम त्याग राजन ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने शहर की सभी दीवारों से राजनीतिक पोस्टर हटाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। बता दें कि एक पोस्टर को लगाने में 250 से 300 रुपए तक के खर्च आते हैं।वहीं डीएम के आदेश के बाद नगर निगम की टीमें तेजी से कार्रवाई में जुट गई हैं।नगर निगम की टीम को इस काम में लगाया गया है, जो लगातार अलग-अलग इलाकों में पोस्टर हटा रहे हैं।
मज़दूरों को 500 रु. मेहनताना
बता दें कि बेली रोड से पोस्टर हटा रहे ज्ञान चंद ने बताया कि पोस्टर हटाने का ऊपर से आदेश जारी किया गया है। खुद SDM साहब ने कहा है कि पटना के सभी दीवारों पर लगे पोस्टर को जल्द हटाना है।पोस्टर हटाने वाले मिट्ठू कुमार ने बताया कि 1 दिन का हमें 500 रुपया दिया जाता है। एक दिन में हम करीब 10 पोस्टर हटाते हैं। इसको हटाना काफी मुश्किल होता है। किसी पोस्टर को हटाने में आसानी होती है तो मात्र 5 मिनट में हट जाता है, लेकिन कुछ पोस्टेरों को हटाने में आधे घंटे से भी ज्यादा का वक्त लग जाता है।