कोहरे और ठंडी हवाओं से कांपा बिहार, ट्रेन-फ्लाइट पर असर,नए साल तक राहत नहीं: मौसम विभाग
पछुआ हवा के तेज़ झोंकों के साथ बिहार हाड़ कंपाने वाली सर्दी की चपेट में है। रविवार को पटना समेत बिहार के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे न सिर्फ दृश्यता घटी, बल्कि दिनभर कड़ाके की ठंड लोगों को परेशान करती रही।राजधानी पटना की सुबह कुहासे और बादलों की मोटी चादर में लिपटी रही। दोपहर के समय हल्की धूप जरूर निकली, लेकिन उसमें गर्माहट बिल्कुल नहीं थी। महज कुछ ...
पछुआ हवा के तेज़ झोंकों के साथ बिहार हाड़ कंपाने वाली सर्दी की चपेट में है। रविवार को पटना समेत बिहार के अधिकांश हिस्सों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे न सिर्फ दृश्यता घटी, बल्कि दिनभर कड़ाके की ठंड लोगों को परेशान करती रही।राजधानी पटना की सुबह कुहासे और बादलों की मोटी चादर में लिपटी रही। दोपहर के समय हल्की धूप जरूर निकली, लेकिन उसमें गर्माहट बिल्कुल नहीं थी। महज कुछ ही मिनटों में धूप फिर से बादलों के पीछे छिप गई और पूरा दिन ठंड के साये में गुजर गया।
कोल्ड-डे और घने कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट
वहीं राजधानी पटना सहित प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में 11 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी पछुआ हवाएं चलती रहीं। इन बर्फीली हवाओं ने तापमान को और नीचे धकेल दिया, जिससे कनकनी और ठिठुरन बढ़ गई।इसी बीच मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार यानी आज के लिए बिहार के 22 जिलों में कोल्ड-डे और घने कोहरे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में दिनभर धूप निकलने की संभावना बेहद कम है और न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी नीचे जा सकता है।
पटना में न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस
बता दें कि घने कोहरे का असर जनजीवन के साथ-साथ यातायात पर भी साफ़ दिखाई दे रहा है। पटना जंक्शन से कई ट्रेनें देरी से चल रही हैं, वहीं कम विजिबिलिटी के कारण फ्लाइट संचालन पर भी असर पड़ने की आशंका है।तापमान की बात करें तो पटना में न्यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच बना रह सकता है। रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, लेकिन ठंडी हवाओं के कारण दिनभर ठंड का एहसास बना रहा।
गयाजी में हालात और भी खराब रहे
मौसम विज्ञान केंद्र की मानें तो प्रदेश के कई जिले कोल्ड-डे की चपेट में रहे। मुजफ्फरपुर रविवार को बिहार का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां अधिकतम तापमान महज 13.2 डिग्री और न्यूनतम 12.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन और रात के तापमान में अंतर नाममात्र का रह गया।वहीं राजगीर में प्रदेश का सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। गयाजी में हालात और भी खराब रहे, जहां घने कुहासे के कारण 50 मीटर आगे तक देख पाना मुश्किल हो गया।
नए साल तक बिहार को ठंड से राहत नहीं
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर-पश्चिम भारत और हिमालयी क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी हो रही है। इसके साथ ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसका सीधा असर बिहार पर पड़ रहा है। इसी वजह से प्रदेश में सर्द हवाओं का प्रवाह लगातार बना हुआ है और न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी है। नए साल तक बिहार को ठंड से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। अगले 4 से 5 दिनों तक कई जिलों में कोल्ड-डे जैसी स्थिति बनी रह सकती है और तापमान में 2 से 3 डिग्री तक और गिरावट दर्ज की जा सकती है।













