बिहार में शराबबंदी कागजों तक सीमित,सफारी ने बाइक से जा रहे दंपती को रौंदा, पप्पू यादव ने कहा, 'दर्दनाक मंजर मेरी आंखों के सामने...

बिहार में आए दिन सड़क दुर्घटना होती रहती है। बिहार की राजधानी पटना में सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के मुरलीचक में सफारी ने बाइक से जा रहे दंपती को रौंद दिया और भागने के चक्कर में ऑटो को ठोंक दिया। पप्पू यादव ने बताया कि 'दर्दनाक मंजर मेरी आंखों के सामने घटा है।

बिहार में शराबबंदी कागजों तक सीमित,सफारी ने बाइक से जा रहे दंपती को रौंदा, पप्पू यादव ने कहा, 'दर्दनाक मंजर मेरी आंखों के सामने...
PAPPU YADAV

बिहार में आए दिन सड़क दुर्घटना होती रहती है। यहां सड़क हादसों में मौतों की तादाद बड़ी महामारियों की तुलना में कम नहीं है। इसी कड़ी में  बिहार की राजधानी पटना  में सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। एयरपोर्ट थाना क्षेत्र के मुरलीचक में सफारी ने बाइक से जा रहे दंपती को रौंद दिया और भागने के चक्कर में ऑटो को ठोंक दिया। 

पप्पू यादव ने टेम्पू में फंसे युवक को बाहर निकालने में की मदद 

बताया जाता है कि पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव शादी समारोह में शामिल होने के बाद अपने आवास जा रहे थे, तभी उनकी गाड़ी हादसे के बाद लगे जाम में फंस गयी। उन्होंने घायलों को तत्काल अपनी गाड़ी से अस्पताल भिजवाया। पप्पू यादव ने खुद टेम्पू में फंसे युवक को बाहर निकालने में मदद की और घायलों को IGIMS में एडमिट में कराया। बतादें कि घायलों को IGIMS ले जाते ही पप्पू यादव भड़क गए और कहा 'स्टाफ और डॉक्टर अस्पताल में नहीं हैं क्या। मनीष मंडल को फोन लगाओ।

गाड़ी का ड्राइवर नशे में धुत्त था 

बतादें कि मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, गाड़ी का ड्राइवर नशे में धुत्त था और बेहद लापरवाही से वाहन चला रहा था। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बावजूद, यह हादसा बताता है कि यह कानून केवल कागजों तक सीमित है। बतादें कि सफारी (बीआर 06 पीसी 6977) पर बिहार सरकार लिखा था। हादसे के वक्त सफारी की रफ्तार 80KM/H से अधिक थी। मिली जानकारी के मुताबिक बाइक सवार अशोक कुमार और उनकी पत्नी पुष्पा देवी और ऑटो में सवार एक शख्स की मौत हो गई। ऑटो में सवार 4 लोग बुरी तरह घायल हो गए।

मदद करने की जगह वीडियो बनाने में व्यस्त लोग 

पप्पू यादव ने बताया कि 'दर्दनाक मंजर मेरी आंखों के सामने घटा है। घायल तड़प रहे थे। चीख-पुकार मची थी। मौके पर मौजूद लोग मदद करने की जगह वीडियो बनाने में व्यस्त थे। कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। हमने तत्काल घायलों की मदद की। इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया। किसी का खून बह रहा हो। कोई जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा हो। हम सिर्फ तमाशबीन बनकर कैमरे में दर्द कैद करने में लगे रहे। यह समाज के लिए बेहद शर्मनाक और चिंता का विषय है।'