सरकार और सरकारी तंत्र नहीं करा पाया पूर्ण शराब बंदी तो ग्रामीणों ने ठाना नहीं छोड़ेंगे शराबियों और शराब कारोबारियों को

सरकार और सरकारी तंत्र नहीं करा पाया पूर्ण शराब बंदी तो ग्रामीणों ने ठाना नहीं छोड़ेंगे शराबियों  और शराब कारोबारियों को

देसवा डेस्क : वैसे तो बिहार में पूर्ण शराब बंदी है लेकिन शराब मिलती हर जगह है शहर से लेकर सुदूर गांव तक...लाजवाब ये है कि शराब बंदी के बाद शराब लेने जाने की भी जरुरत नहीं रही, क्योंकि शराब का होम डिलीवरी जो शुरू हो गया...ऐसे में बात करें उस समय की जब सूबे के CM नीतीश कुमार ने बिहार में पूर्ण शराब बंदी की घोषणा किया था...सूबे की वो जनता और ख़ास कर महिला वर्ग ने पुरजोर समर्थन किया था जिनका घर परिवार या रिश्तेदार शराब के कारण बर्बाद हो गए थे या हो रहे थे...वो शराब बंदी की घोषणा के बाद बेहद खुश थे... लेकिन उनकी ख़ुशी क्षणिक थी...क्योंकि शराब बंदी सरकारी कागजो, मीडिया, या नेताओं की भाषण तक हीं सिमित था...शराब दिखती नहीं थी लेकिन बिकती हर जगह थी...तो चलिए अब बात करते हैं औरंगाबाद के मौआर खैरा की जहां के ग्रामीणों ने जान लिया है कि शराब बंदी को जमीन पर लागू कराना सरकारी नुमाइंदों के वश की बात नहीं...अब जो करना है खुद हीं करना होगा...

 

  

गौरतलब है कि बारुण थाना क्षेत्र के ग्राम मौआर खैरा में विती रात ग्रामीणों ने बिहार सरकार की शराब बंदी कानून को सफल बनाने हेतु माँ दुर्गा के प्रांगण में ग्राम सभा का आयोजन किया...  इस कार्यक्रम की अध्यक्षता नव निर्वाचित सरपंच पति राम प्रवेश पासवान ने किया... बैठक में सौकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया जिसमे शराब सेवन से होने वाले दुष्परिणामों पर चर्चा किया गया... चर्चा के उपरांत ग्रामीणों ने शराब सेवन तथा शराब करोबारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की बात कही. उपस्थित ग्रामीणों ने माँ दुर्गा के समक्ष यह शपथ लिया कि ना शराब का सेवन करेंगे और ना शराब का सेवन किसी को करने देंगे...और अगर ग्राम के कोई भी व्यक्ति शराब के कारोबार में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सम्मिलित होंगे तो उनके ऊपर भी कानूनी करवाई करने हेतु सम्बंधित विभाग को सूचना दिया जाएगा... जिसके लिए गांव में एक 11 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. इस कमिटी में गांव के सभी वर्ग के लोगो को सम्मिलित किया गया है...और इस कमिटी को ग्रामीण तथा सरपंच के द्वारा विशेषाधिकार दिया गया है कि कमिटी के सदस्य शराब बेचने तथा शराब पीने वालों को चिन्हित कर इसकी सूचना थाना तथा उत्पाद विभाग के अधिकारियों को देंगे... अगर थाना या उत्पाद विभाग के अधिकारी के द्वारा इस पर अमल नहीं किया गया तो इसकी सूचना जिला के वरीय अधिकारी को दिया जाएगा और सेवन कर्ता तथा कारोबारी एवं उस कार्य में मदद पहुंचाने वाले सरकारी मुलाजिमों को भी नहीं बख्शा जाएगा... वही इस कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने सपथ लिया कि अब ऐसी परिस्थिति नहीं आने देंगे... हमारे गाँव मे भारी संख्या में लोग शराब का सेवन करते तथा बेचते है जिसके कारण कई लोगो को अपनी जान भी गवानी पड़ी है... जिससे कई परिवार बर्बाद हो गये है जिसको लेकर यह बैठक किया गया है... जिसमे यह निर्णय लिया गया कि अब न तो हमारे गांव में कोई शराब सेवन करेगा और ना शराब बेचेगा... और अगर यह कार्य करते हुए कोई भी व्यक्ति पकड़ा गया तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया जायेगा...ग्रामीणों के इस फैसले के बाद से शराबी तथा शराब कारोबारियों में हड़कम मच गया है .वही ग्रामीणों के द्वारा लिया गया कठोर निर्णय से हर घर की महिला वर्ग में एक अनोखी मुस्कान लौट आई है

 

रिपोर्ट : कुमार कौशिक/दीनानाथ मौआर