परिवहन कार्यालय में महीनों से कामकाज ठप, वाहन रजिस्ट्रेशन के 3000 और ड्राइविंग लाइसेंस के 1000 मामले अटके

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में जिले में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना अब एक टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। परिवहन कार्यालय में पिछले सवा महीने से लाइसेंस बनाने का काम पूरी तरह से ठप पड़ गया है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार दास के हटाए जाने के बाद विभाग द्वारा नए अधिकारी की ...

परिवहन कार्यालय में महीनों से कामकाज ठप, वाहन रजिस्ट्रेशन के 3000 और ड्राइविंग लाइसेंस के 1000 मामले अटके

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना अब एक टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। परिवहन कार्यालय में पिछले सवा महीने से लाइसेंस बनाने का काम पूरी तरह से ठप पड़ गया है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार दास के हटाए जाने के बाद विभाग द्वारा नए अधिकारी की नियुक्ति नहीं की गई है। 

एक हजार से अधिक मामले लंबित 

नतीजतन, वाहन पंजीकरण, ड्राईविंग लाईसेंस से लेकर वाहन परमिट बनाये जाने का काम सवा माह से ठप है। वाहन पंजीकरण के लगभग तीन हजार और ड्राइविंग लाइसेंस के एक हजार से अधिक मामले लंबित हैं। लाइसेंस न बन पाने के कारण लोग परिवहन कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। कार्यालय में सहायक डीटीओ कार्यरत तो हैं, लेकिन उन्हें लॉगिन पासवर्ड विभाग द्वारा जारी नहीं किया गया है। नियमानुसार, डीटीओ के नाम से ही लॉगिन पासवर्ड जारी होता है, और सभी कार्य ऑनलाइन होने के कारण डीटीओ की उपस्थिति अनिवार्य है। फिलहाल कार्यालय में केवल ज़रूरी कागजी कार्य ही हो पा रहा है।